जिंदगी के रथ में लगाम बहुत है,
अपनों के अपनों पर इल्जाम बहुत हैं, शिकायतों का दौर देखता हूँ
तो थम सा जाता हूँ,
लगता है उम्र कम है और
इम्तिहान बहुत है.

हम तो रोज़ खुद को पढ़ते हैं,
और रोज़ छोड़ देते हैं,
हमतो हर रोज़ जिंदगी का एक,
पन्ना मोड़ देते हैं.

ज़िन्दगी उस अजनबी मोड़ पर ले आई है, तुम चुप हो मुझसे और मैं चुप हूँ सबसे.

हर रोज़ गिर कर भी
मुकम्मल खड़े हैं,
ए ज़िन्दगी देख मेरे
होंसले तुझसे भी बड़े हैं.

कुछ तो आरज़ू रख, थोड़ा हौसला रख, ज़िंदगी जीने का अपना तरीका रख.

जीवन हमें हमेशा दूसरा  मौका जरूर देता है. जिसे कल कहते हैं.

अगर जिंदगी में भरोसा खुद पर हो तो ताकत बन जाती है,
और वही भरोसा दूसरो पर हो तो कमज़ोरी बन जाती है.

चलो बिखरने देते है ज़िन्दगी को अब, सँभालने की भी तो एक हद होती है.

कल की बात क्यों करे,
अगर आज सुहाना है,
हसना है और हसाना है,
जिंदगी का यही फसाना है.

कल न हम होंगे न कोई गिला होगा,
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा,
लम्हे हैं चलो हँसकर बिता दें,
जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा.

लेटेस्ट फनी शायरी अभी पढ़े हिंदी में

NEXT

Find Out More