सर पर जो हाथ फेरे, तो हिम्मत मिल जाए, माँ एक बार मुस्कुरा दे, तो जन्नत मिल जाए।
चलती फिरती आंखों से अजान देखी है, मैंने जन्नत तो नहीं देखी, लेकिन माँ देखी है।
एक दुनिया हैं जो समझाने से भी नहीं समझती, एक माँ थी बिन बोले सब समझ जाती थी।
आज खूबसूरती की सीमा देखी, जब मैं ने मुस्कुराती हुई अपनी माँ देखी।
क्या चाहिए कितना बाकी है? सुकून पाने के लिए माँ से बात ही काफी है।
हर रिश्तो में मिलावट देखी, कच्चे रंगों की सजावट देखी, सालों साल से देखा है माँ को, ना उसके चेहरे पर थकावट देखी, ना ममता में कोई मिलावट देखें।
एक हस्ती है जो जान है मेरी, जो जान से भी बढ़कर शान है मेरी, रब हुक्म दे तो कर दूं सजदा उसे, क्योंकि वो कोई और नहीं माँ है मेरी।
मंजिल दूर है और सफर बहुत है, छोटी सी जिंदगी की फिक्र बहुत है, मार डालती यह दुनिया कब की हमें, लेकिन माँ की दुआओं में असर बहुत है।
माँ की दुआएँ ज़िन्दगी बना देंगी, खुद रोएगी पर तुम्हें हंसा देगी। कभी ना रुलाना अपनी माँ को, ये गलती पूरा अर्श हिला देगी।
लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती, बस एक माँ है, जो मुझसे कभी खफा नहीं होती।
माँ-बाप का दिल जीत लो कामयाब हो जाओगे, वरना सारी दुनिया जीत कर भी, सब कुछ हार जाओगे।
अपनी माँ से प्यार करते हो तो माँ के लिए ये शायरी जरुर पढ़े और अपनी माँ के साथ जरुर शेर करे.
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