सुनो मत पूछो की कैसे है हम, कभी भूल नही पाओगे ऐसे है हम..
बराबरी सब के साथ कर, पर बाप के साथ नही..
हम दुनिया से अलग नही,
हमारी दुनिया ही अलग हैं..
अकसर वही लोग उठाते हैं हम पर उंगलिया,
जिनकी हमे छूने की औकात नही…
हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग हैं,
हम उम्मीद पर नही, अपनी जिद पर जीते हैं..
लौट कर आया हूँ हिसाब करके जाऊंगा,
हर एक को उनकी औकात दिखा के जाऊंगा..
तेरी अकड़ मैं कुछ इस तरह से तोडूंगा यकीन रख तुझे कही का नही छोडूंगा..
सुधर गया मैं तो फिर पछताओगे,ये मेरा जूनून ही तो मेरी पहचान है।
मिज़ाज में थोड़ी सख्ती लाज़िमी है हुज़ूर,लोग पी जाते समंदर अगर खारा न होता।
चलो आज फिर थोड़ा सा मुस्कुराया जाये,बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये।
ठहर सके जो लबों पे हमारे,हँसी के सिवा है मज़ाल किसकी।
101+ 2 Line Love Shayari in Hindi
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