दोस्त साथ में हो तो रोने में भी शान है, दोस्त ना हो तो महफ़िल भी श्मशान है, सारा खेल दोस्ती का है, वरना जनाजा और बारात, एक समान हैं।

तेरी दोस्ती ने दिया सकूं इतना, की तेरे बाद कोई अच्छा न लगे, तुझे करनी है बेवफ़ाई तो इस अदा से कर, कि तेरे बाद कोई भी बेवफ़ा न लगे।

इस कदर वो निकल गए रास्ते से, जैसे कि वो मुझे पहचानते ही नहीं, मेरे इस दिल ने कितने ज़ख्म खाए हैं , फिर भी हम उन्हें बेवफ़ा मानते ही नहीं।

कदम कदम पर बहारो ने साथ छोडा, जरुरत पडने पर यारो ने साथ छोडा, बादा किया सितारोँ ने साथ निभाने का, सुबह होने सितारो ने साथ छोडा.

मौहब्बत की मिसाल में, बस इतना ही कहूँगा । बेमिसाल सज़ा है, किसी बेगुनाह के लिए ।

चांद अधूरा है सितारों के बिना,गुलशन अधूरा है फ़व्वारों के बिना,समुंदर अधूरा है किनारों के बिना,हम लोग अधुरे है तुम जैसे दोस्तों के बिना।

सच्चे दोस्त वो होते हैं जो आपके उदास होने पर,आपको खुश करने के लिए कुछ भी कर सकते हों।

किसी दिन तुम्हारी याद ना आये तो,मुझे मतलबी ना समझ लेना मेरे दोस्तक्या करूँ इस छोटी से उम्र में परेशानी बहुत है

वैसे तो मुझे घूमने का कोई शौक नहीं है पर घूमता हूँ,क्योंकि मेरे दोस्त को मेरे साथ घूमना अच्छा लगता है।

दोस्ती सिर्फ पास होने का नाम नही,अगर तुम दूर रहकर भी हमें याद करो,इससे बड़ा हमारे लिए कोई इनाम नही।

मेरा कोई दोस्त नहीं है तुम्हारे सिवा,और अब तुम भी दूर-दूर रहने लगे हो,मुझे फिर से अकेला नहीं होना यार।

आज मैं अकेला हूँ तो क्या हुआ दोस्तो,एक दिन उसको भी मेरे बिना सब सुना सा लगेगा।

बेवफा दोस्त शायरी एक बार जरुर पढ़े.

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